डैंड्रफ एक आम स्किन समस्या है। इससे छुटकारा पाने के लिए हम सभी प्रयास करते हैं। डैंड्रफ से निजात पाने के लिए बहुत से उपाय हैं, लेकिन नीम उनमें सबसे प्रभावशाली है। नीम आयुर्वेद का महत्वपूर्ण हिस्सा है और सदियों से स्वास्थ्य, त्वचा और बालों की समस्याओं का इलाज करने के लिए उपयोग किया जाता है।
नीम डैंड्रफ के इलाज में क्यों प्रभावी है ।
नीम, जो आमतौर पर भारतीय घरों में पाए जाने वाले पेड़ों में से एक है, वास्तविक रूप से अपने औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध है। यह त्वचा स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करने के लिए जाना जाता है, और इसमें डैंड्रफ का इलाज करने में भी मदद कर सकता है।
1.एंटीबैक्टीरियल गुण
नीम में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुणें डैंड्रफ के कारण होने वाले संक्रमण को कम करने में मदद कर सकती हैं। यह त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करने के लिए जाना जाता है और डैंड्रफ के खिलाफ लड़ाई करने में मदद कर सकता है।
2.एंटीफंगल प्रभाव
नीम में मौजूद एंटीफंगल गुण एक प्राकृतिक रूप से होने वाले उपचार के रूप में कार्य कर सकते हैं। ये गुण विभिन्न प्रकार के फंगस को नष्ट करने और उनके विकास को रोकने में सहायक हो सकते हैं। डैंड्रफ का मुख्य कारण फंगस हो सकता है और नीम के एंटीफंगल गुण इसे नष्ट करने में मदद कर सकते हैं।
नीम के एंटीफंगल गुण त्वचा के संरक्षण में मदद करके डैंड्रफ से प्रभावित क्षेत्रों को सुधारने का कारगर तरीका हो सकता है। इसके अलावा, नीम का एंटीफंगल प्रभाव स्कैल्प के स्वस्थता को बनाए रखने में भी मदद कर सकता है, जिससे डैंड्रफ की समस्या दोबारा होने की संभावना को कम किया जा सकता है।
2.खुजली और चर्म रोगों में सुधार
नीम में मौजूद खासियतें खुजली और त्वचा संबंधित रोगों के इलाज में सुधार करने में मदद कर सकती हैं। यह वनस्पति विशेषकर अपने एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल, और एंटीइन्फ्लैमेटरी गुणों के लिए प्रसिद्ध है।
खुजली को कम करने में नीम का उपयोग इसे एक प्राकृतिक और प्रभावी उपाय बना सकता है। नीम के तेल या पेस्ट को खुजली वाले क्षेत्र पर लगाने से त्वचा को शांति मिल सकती है और यह खुजली को कम करने में मदद कर सकता है।
चर्म रोगों में सुधार के लिए भी नीम का प्रयोग किया जा सकता है। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण स्किन इंफेक्शन को रोकने में मदद कर सकते हैं और त्वचा को स्वस्थ रखने में योगदान कर सकते हैं। नीम के ब्यूटी और स्किन केयर प्रोडक्ट्स आमतौर पर इसके अच्छे परिणामों के लिए जाने जाते हैं और यह त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है।
4.एंटीबैक्टीरियल गुण
नीम के पत्ते और तेल को डैंड्रफ के इलाज में स्थानीय रूप से उपयोग किया जा सकता है। इसे सीधे रूप से त्वचा पर लगाकर या नीम के तेल को त्वचा में मसाज करके इसके लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं।
1.नीम हेयर स्प्रे
सामग्री
1. नीम के ढेर सारे पत्ते
2. पानी
नीम हेयर स्प्रे बनाने का तरीक़ा
- पानी में नीम के पत्ते डालकर उन्हें तब तक उबले जब तक पानी आधा न हो जाए ।
- इस पानी को हेयर स्प्रे की मदद से बालों की जड़ों तक लगेया पर इस पानी से बालों को धोए
इसके इस्तेमाल से डैंड्रफ़ के कारण होने वाली खुजली में कमी आ जाएगी. समस्या से पूरी तरह छुटकारा पाने के लिए सप्ताह में दो या तीन बार इस प्रक्रिया को दोहराएं.
2.नीम का प्रयोग हेयर मास्क की तरह
सामग्री
- नीम के पत्ते या नीम का पाउडर
- शहद
नीम हेयर मास्क बनाने का तरीक़ा
इसके लिए आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:
- नीम के ढेर सारे पत्ते या दो-तीन चम्मच नीम का पाउडर लें।
- इसमें शहद भी मिला सकता है।
- इसे पीसकर अच्छे से पेस्ट बना लें।
- इस पेस्ट को सिर की त्वचा पर लगाएं और 30-35 मिनट तक छोड़ दें।
- उसके बाद बालों में अच्छी तरह से शैंपू करें।
- इस प्रक्रिया को हफ्ते में कम से कम दो बार जरूर करें।
इस तरीके से आपके बालों से डैंड्रफ दूर हो जाएगा।
3. नीम का उपयोग तेल की तरह
- 1 कप नारियल का तेल
- नीम के पत्ते
- 2 टेबलस्पून कैस्टर ऑयल
नीम का तेल बनाने का तरीक़ा
- नारियल तेल और कैस्टर ऑयल को गरम करें।
- अब उसमें 30 से 35 नीम की पत्तियां डालें और इसे लगभग 10 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं।
- उसके बाद गैस को बंद कर दें। अब इसे ठंडा होने दें ।
- और ठंडा होने के बाद इसे एक बोतल में भरकर रख लें।
- सप्ताह में 2 से 3 बार इसे अपने बालों और उनकी जड़ों में अच्छे से लगाएं।
- एक या दो घंटे के बाद इसे धो लें।
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