पीरियड्स(Periods) स्वास्थ्य के लिए कौन सा भोजन अच्छा है?
महिलाओं के जीवन में मासिक धर्म एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक प्रक्रिया है जो हर महीने आती है। यह मासिक धर्म, माहवारी, या पीरियड्स जैसे नामों से जानी जाती है। प्राकृतिक रूप से होने वाली इस प्रक्रिया में महिलाओं के शरीर में विभिन्न बदलाव होते हैं, जिनमें हार्मोनल बदलाव और शारीरिक तबदीलियां शामिल होती हैं। इस अवधि में, महिलाएं स्वस्थ आहार की खास जरूरत महसूस करती हैं, जो उनके शारीरिक स्वास्थ्य और वितरण तंत्र के लिए महत्वपूर्ण है।
हेल्थी भोजन का प्रभाव पीरियड्स पर
पीरियड्स या माहवारी के दौरान हेल्थी भोजन का बहुत महत्वपूर्ण रोल होता है और यह महिलाओं के शारीर के अनुसार उचित और स्वस्थ आहार का सेवन करने से पीरियड्स के लक्षणों और अनुभव पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। एक स्वस्थ आहार पीरियड्स के दौरान निम्नलिखित प्रकार से प्रभावित करता है:
- शारीरिक रूप से अच्छा महसूस होता है: स्वस्थ भोजन का सेवन करने से महिला मासिक धर्म के दौरान अच्छा और स्वस्थ्य महसूस करती है। पोषक तत्वों, विटामिन और खनिजों से भरपूर आहार का सेवन शारीरिक स्तर पर ऊर्जा को संतुलित करता है, जिससे दर्द कम होता है और महिलाओं को आराम महसूस होता है।
- हॉर्मोनल संतुलन: स्वस्थ आहार में पोषक तत्वों की सही मात्रा होने से हॉर्मोन्स के स्तर पर संतुलन बना रहता है। इससे पीरियड्स के दौरान होने वाले हार्मोनल परिवर्तनों को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे खराब मूड और चिड़चिड़ापन कम होता है।
- दर्द का कम होना: हेल्थी आहार के सेवन से पीरियड्स के दर्द का असर कम होता है। विटामिन और खनिजों से भरपूर खाद्य पदार्थ शरीर की मांसपेशियों को आराम देते हैं और दर्द कम होने में मदद करता हैं।
- ब्लड लॉस को पूरा करना: मासिक धर्मके दौरान महिलाएं खून का लॉस करती हैं, और इसको पूरा करने के लिए उचित पोषक तत्वों का सेवन करना बहुत महत्वपूर्ण है। खून की हार्डिंग कैपेसिटी बढ़ती है जिससे खून की कमी और एनीमिया का खतरा कम होता है।
- ब्लॉटिंग को कम करता है।: हेल्थी आहार में फाइबर समृद्ध खाद्य पदार्थों का सेवन ब्लोटिंग को कम करने में मदद करता है। ब्लोटिंग के कारण पीठ दर्द और असहज भागीदारी का अनुभव कम होता है।
इन सभी कारणों से स्पष्ट है कि मासिक धर्मके दौरान सही और स्वस्थ आहार का सेवन करना बेहद महत्वपूर्ण है। यह महिलाओं के शारीर में संतुलन बनाए रखता है और उन्हें आराम और सुखदी भावना प्रदान करता है।
पीरियड्स के दौरान हेल्थी भोजन के लाभ (Benefits of healthy food in periods)
हेल्थी भोजन का सेवन मासिक धर्म के दौरान विभिन्न तरीकों से महिलाओं के शारीर को लाभ पहुंचाता है। नीचे दिए गए बिंदुओं में आप इसके लाभों को अधिक विस्तार से समझ सकते हैं:
A. आयरन और पोषक तत्वों का महत्व:
- खून की कमी को पूरा करता है : पीरियड के दौरान महिलाएं खून का लॉस करती हैं, जिससे उन्हें खून की कमी का सामना करना पड़ता है। हेल्थी भोजन में आयरन समृद्ध आहार सेवन से खून की कमी को पूरा करने में मदद मिलती है।
- ऊर्जा प्रदान करता है ऊर्जा प्रदान करता है : आयरन, विटामिन, और खनिजों से भरपूर भोजन खून के विनिमय को सही ढंग से करता है और शरीर को उचित मात्रा में ऊर्जा प्रदान करता है।
- हेमोग्लोबिन उत्पादन: स्वस्थ आहार में पोषक तत्वों की मौजूदगी से खून में हेमोग्लोबिन उत्पन्न होता है, जो खून के शारीरिक टिश्यू को ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करता है।
B. शरीर की ऊर्जा स्तर को बनाए रखने के लिए प्रोटीन:
- ऊर्जा के स्रोत: प्रोटीन खाद्य पदार्थों का सेवन शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और खुदकी परिक्रिया को सही ढंग से चलाने में मदद करता है।
- रेपेयर और पुनर्निर्माण(Regeneration): पीरियड के दौरान शरीर की कुछ मांसपेशियों को टियर होने और नष्ट होने का सामना करना पड़ता है। प्रोटीन शरीर के टिश्यू का रेपेयर करता है और उन्हें पुनः निर्माण करने में मदद करता है।
- संतुलित भोजन: प्रोटीन सेवन से खाने में संतुलित भोजन होता है जो पीरियड के दौरान खाने का मनोबल बढ़ाता है और भूख को नियंत्रित करता है।
C. ओमेगा-3 फैटी एसिड से होने वाले फायदे:
- सूखे सिरदर्द का कम होना: ओमेगा-3 फैटी एसिड में मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण सूखे सिरदर्द को कम करने में मदद करता है।
- मांसपेशियों के दर्द को कम करना: ओमेगा-3 फैटी एसिड के सेवन से मांसपेशियों के दर्द का असर कम होता है, जिससे पीरियड के दौरान आने वाले दर्द को तोलने में मदद मिलती है।
- मूड को संतुलित करना: ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन मूड को संतुलित करने में मदद करता है और चिड़चिड़ापन, उदासी, या अवसाद जैसी स्थितियों को कम करता है।
इसलिए, पीरियड के दौरान हेल्थी भोजन खाना बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आयरन, पोषक तत्व, प्रोटीन, और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होता है, जो पीरियड के दौरान शारीर को ऊर्जा देता है, दर्द को कम करता है और मूड को संतुलित रखता है।
पीरियड्स के दौरान खाने योग्य आहार (foods to eat during periods)
पीरियड के दौरान खाने योग्य आहार का सेवन करने से महिलाएं शारीर को अधिक ऊर्जा, पोषण, और संतुलन मिलता है। नीचे दिए गए प्रमुख स्रोतों के बारे में जानकारी दी गई है:
A. प्रोटीन स्रोतों के प्रमुख स्रोत:
- दाल और पल्सेस : अरहर दाल, मसूर दाल, मूंग दाल, चना दाल, मटर, उड़द दाल, आदि पुल्स्स प्रोटीन के अच्छे स्रोत होते हैं।
- मछली: सामान्य रूप से मछली में प्रोटीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है।
- अंडा: अंडा प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत होते हैं।
- पानीर और दही: पानीर और दही में प्रोटीन और कैल्शियम होता है जो शरीर के लिए फायदेमंद होता है।
B. विटामिन, खनिज और फाइबर सम्पन्न खाद्य पदार्थ:
- फल और सब्जियां: विभिन्न प्रकार की फलों और सब्जियों का सेवन करना आयरन, विटामिन, फाइबर, और खनिजों का समृद्ध स्रोत होता है। सेब, नाशपाती, आंवला, केला, गाजर, पालक, टमाटर, आदि इस समृद्ध स्रोत में शामिल होते हैं।
- ग्रेन्स: गेहूं, चावल, जई, बाजरा, जोवार, आदि खास ग्रेन्स में फाइबर, विटामिन, और खनिज पाए जाते हैं।
- ड्राई फ्रूट्स: किशमिश, काजू, बादाम, अखरोट, और पिस्ता जैसे ड्राई फ्रूट्स भी पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
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C.फलों और सब्जियों का उपयोग:
- सेब: सेब में फाइबर और विटामिन सी होता है जो पीरियड्स के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।
- नाशपाती: नाशपाती भी फाइबर से भरपूर होती है और पाचन को सुधारती है।
- आंवला: आंवला विटामिन सी का एक उत्कृष्ट स्रोत होता है जो रक्त की कमी को दूर करने में मदद करता है।
- केला: केले में पोटैशियम होता है जो ब्लड प्रेशर को संतुलित रखता है और खून की गिरने की समस्या को कम करता है।
- पालक: पालक में फोलेट होता है जो खून की बनावट को सही करने में मदद करता है।
पीरियड के दौरान इन उपरोक्त आहार को सेवन करने से महिलाएं स्वस्थ रह सकती हैं और पीरियड के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती हैं। इसलिए, संतुलित और स्वस्थ आहार का सेवन करना विशेष रूप से पीरियड के समय बेहद महत्वपूर्ण है।