ख़राब पाचन
अच्छा पाचन आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। अगर आपका पाचन ठीक से काम नहीं कर रहा है, तो आपको अन्य बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, यह जरूरी है कि हम स्वस्थ खानपान अपनाएं ताकि हमारा पाचन स्वस्थ बना रहे।
अगर आपके पाचन में खराबी है, तो निम्नलिखित कुछ लक्षण हो सकते हैं:
- पेट में गैस बनती है
- त्वचा में फोड़े होते हैं
- अपच, उलटी या दस्त होता है
- ताकत कम होती है
- वजन बढ़ना शुरू होता है
खराब पाचन को सही करने के उपाय (remedies for poor digestion)
यदि आप इन लक्षणों को अनुभव कर रहे हैं, तो आपको खराब पाचन से जुड़ी समस्याओं से निपटने के लिए कुछ निम्नलिखित उपायों का पालन करना चाहिए:
खराब पाचन को सुधारने के लिए निम्नलिखित उपायों को अपनाएं:
- स्वस्थ आहार लें: स्वस्थ खानपान अपनाएं जैसे कि सुबह नाश्ते में एक से दो सेब या एक ग्लास नींबू पानी, दोपहर के भोजन में सलाद, सब्जी, दाल और चावल शामिल करें। रात्रि के भोजन में भी हल्दी वाले दूध और रोटी शामिल करें।
- थोड़े समय में खाएं: खाना खाने में धीरे रहें और थोड़े समय में चबाकर खाएं। इससे खाने का सही समय और समय पर खाने से पाचन ठीक होता है।
- पानी पीएं: रोजाना 8-10 गिलास पानी पीने से पाचन तंत्र ठीक रहता है। इससे आपका शरीर ताजगी और ऊर्जा से भर जाता है।
- योग या व्यायाम करें: योग या व्यायाम करने से पाचन तंत्र सुधारता है। योग और व्यायाम से आपका शरीर सक्रिय होता है और उसे ताजगी मिलती है।
- खाने के लिए समय निर्घारित करे: समय पर खाना खाने से पाचन तंत्र मे सुधार होता है। देर रात को ज्यादा खाने से बचें। इससे पाचन तंत्र में उतार-चढ़ाव हो सकता है
खराब पाचन को सही करने के घरेलू उपाय (home remedies to cure bad digestion)
खराब पाचन को सही करने के लिए निम्नलिखित घरेलू उपाय अपनाएं:
जीरा खराब पाचन के लिए बहुत लाभकारी होता है। जीरा में एक तत्व होता है जो थकान, पेट में गैस और उलटी को कम करने में मदद करता है। जीरा में मौजूद तत्व एक्जाइम एमिलेस और एमिलेसिन आहार को पाचन करने में मदद करते हैं और पाचन तंत्र को सुधारते हैं।जीरा का उपयोग भोजन में स्वादिष्टता को बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। आप जीरा पानी में उबालकर पी सकते हैं, जीरा वाली चाय पी सकते हैं और भोजन में जीरा उपयोग कर सकते हैं।
इसलिए, जीरा खराब पाचन के लिए एक सुगम और प्रभावी उपाय है। हालांकि, यदि आपका खराब पाचन समस्या लंबे समय से चल रहा है, तो आपको एक चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।एक चम्मच जीरा पानी में उबालें और उसे ठंडा करके पीएं। यह पाचन को सुधारता है।
2.त्रिफला(triphala):
त्रिफला खराब पाचन के लिए एक लाभकारी उपाय होता है। त्रिफला एक आयुर्वेदिक औषधि है जो पाचन तंत्र को सुधारती है और उपचार के लिए उपयोग की जाती है। त्रिफला में एक मिश्रण होता है जिसमें तीन फलों का संयोजन होता है – आंवला, हरड़ और बहेड़ा।
त्रिफला में मौजूद तत्व एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन सी, टैनिन, और गलत पाचन से संबंधित समस्याओं के लिए उपयुक्त एंजाइम होते हैं। त्रिफला के सेवन से पाचन तंत्र को सुधारने में मदद मिलती है और भोजन को पाचन करने में मदद करती है।इसलिए, त्रिफला खराब पाचन के लिए एक सुगम और प्रभावी उपाय है। आप त्रिफला पाउडर को नींबू पानी या शहद के साथ मिश्रित करके दिन में कुछ बार पी सकते हैं। त्रिफला पाउडर को गुड़ या शहद के साथ मिलाकर खाएं। त्रिफला पाचन तंत्र को सुधारता है और वजन घटाने में भी मदद करता है।
3.दही (curd):
दही खराब पाचन से निजात पाने के लिए एक उत्तम उपाय होता है। दही में प्रोबायोटिक बैक्टीरिया होते हैं, जो पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करते हैं। ये बैक्टीरिया आपकी आंतों में अच्छी तरह से काम करते हैं और अन्य सेहतमंद लाभ प्रदान करते हैं।दही के सेवन से आपके पाचन तंत्र के अलावा आपके शरीर के अन्य अंगों को भी फायदा पहुंचता है। इसमें प्रोटीन, विटामिन बी, कैल्शियम और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं जो आपकी सेहत के लिए बहुत जरूरी होते हैं।
आप दही को अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं या उसका सेवन अलग से कर सकते हैं। दही को रात को सोते समय भी खा सकते हैं जो आपके पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करेगा।दही में प्रोबायोटिक होते हैं जो पाचन को सुधारते हैं। रोजाना दो कप दही खाएं या उसे भोजन के साथ शामिल करें।
4.तुलसी (basil)
तुलसी पाचन तंत्र को सुधारने में बहुत मददगार होती है। यह एक प्राकृतिक उपचार है जो आपके पाचन तंत्र को उचित समर्थन प्रदान करता है और खराब पाचन से उत्पन्न विभिन्न समस्याओं से राहत दिलाता है।तुलसी में कई औषधीय गुण होते हैं जो आपके पाचन तंत्र के लिए बहुत लाभकारी होते हैं। इसमें एंटीऑक्सिडेंट, एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीवायरल गुण होते हैं जो आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाने में मदद करते हैं।
आप तुलसी को गर्म पानी में भिगोकर पी सकते हैं या इसे चाय के रूप में ले सकते हैं। आप तुलसी के पत्तों को खाने में भी शामिल कर सकते हैं या इसे तुलसी की चटनी बनाकर खा सकते हैं। तुलसी का सेवन नियमित रूप से करने से आपके पाचन तंत्र में सुधार होगा और आप स्वस्थ रहेंगे।तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो पाचन को सुधारते हैं। तुलसी की चाय पीने से या तुलसी के पत्तों को चबाकर खाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है।
5.गुड़(Jaggery):
गुड़ खाने में स्वादिष्ट नहीं ही होता है, बल्कि इसके सेहत लाभ भी होते हैं जो पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में मददगार होते हैं। गुड़ के अंतर्गत लगभग सभी पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो पाचन के लिए लाभकारी होते हैं।गुड़ में फाइबर और विटामिन बी का समृद्ध स्रोत होता है, जो खराब पाचन संबंधी समस्याओं को सुधारने में मदद करते हैं। इसके अलावा, गुड़ में अन्य पोषक तत्व भी होते हैं जैसे कि आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम जो शरीर के स्वस्थ पाचन तंत्र के लिए आवश्यक होते हैं।इसलिए, खराब पाचन संबंधी समस्याओं से निजात पाने के लिए गुड़ का सेवन किया जा सकता है। गुड़ को खाने से पहले एक चम्मच दूध या नारियल का तेल के साथ मिलाकर खाना शुरू करना भी फायदेमंद हो सकता है।
6.हल्दी(turmeric):
हल्दी पाचन को सुधारने में बहुत मददगार होती है। इसमें मौजूद कुछ तत्व खाने के बाद पाचन को सुधारने में मदद करते हैं।हल्दी में कुरकुमिन नामक एक एंटीऑक्सिडेंट होता है, जो पाचन तंत्र के विपरीत प्रभावों से बचाता है। कुरकुमिन शरीर में एंजाइम्स के उत्पादन को बढ़ाता है जो पाचन को सुधारते हैं।इसके अलावा, हल्दी में मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इन्फ्लामेटरी गुण भी होते हैं जो आमतौर पर पाचन संबंधी समस्याओं के मुख्य कारण होते हैं।
इसलिए, हल्दी का उपयोग खाने के बाद पाचन को सुधारने के लिए बहुत फायदेमंद होता है। हल्दी को दूध में मिलाकर भी पी सकते हैं जो पाचन संबंधी समस्याओं को ठीक करने में और फायदेमंद होता है।
7.अदरक(ginger)
अदरक खाने के बाद पाचन तंत्र को सुधारने में मददगार होता है। अदरक में मौजूद एक एंजाइम नामित जिंजिबेरिन होता है, जो पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करता है। इसके अलावा, अदरक में मौजूद गिंजेरोल नामक तत्व भी होता है, जो पाचन तंत्र को सुधारने में मददगार होता है।अदरक का उपयोग खाने के बाद पेट में गैस की समस्याओं को दूर करने में भी मददगार होता है। अदरक के उपयोग से आपके पाचन तंत्र को सुधारने में मदद मिलती है जो आपके स्वास्थ्य को सुधारता है।
अदरक को आप सलाद, सब्जियों, चाय, नमकीन या जूस के रूप में अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं। इसे स्वस्थ भोजन का एक महत्वपूर्ण घटक माना जाता है जो आपको खराब पाचन संबंधी समस्याओं से बचाता है।
खराब पाचन के लिए जिंजर टी कैसे बनाएं?
जिंजर टी बनाने के लिए निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होती है:
सामग्री:
- 1 छोटा टुकड़ा अदरक (जिंजर)
- 2 कप पानी
- 1 टीस्पून शहद (होने पर)
- 1 टीस्पून नींबू रस (होने पर)
तरीका:
- एक बर्तन में पानी उबालें।
- जब पानी उबालने लगे, उसमें अदरक के टुकड़े को डालें।
- अब गैस को धीमी आंच पर रखें और उबलने दें। इसको 5-10 मिनट तक उबलने दें।
- अब इसे गरम से निकालें और शहद और नींबू रस डालें।
- अब इसे मिलाकर पीयें।
यदि आप चाहें तो आप इसमें मसाले भी मिला सकते हैं जैसे कि लौंग, इलायची या दालचीनी जो इसे स्वादिष्ट बनाते हैं। जिंजर टी एक स्वस्थ विकल्प है जो कमजोर पाचन संबंधी समस्याओं का निवारण करने में मदद करता है।
8.सेंधा नमक(rock salt)
सेंधा नमक खराब पाचन को ठीक करने में मदद कर सकता है। यह पाचन तंत्र को तंदरुस्त रखने में मदद करता है और अन्य शरीरिक लाभों के साथ उपयोगी होता है।सेंधा नमक में प्राकृतिक खनिज और तत्व होते हैं जैसे कि मैग्नीशियम, पोटेशियम, जिंक, कैल्शियम आदि। ये तत्व पाचन प्रक्रिया को संतुलित रखते हैं, जो शरीर में उपलब्ध प्रोबायोटिक और एंजाइम के साथ भोजन को अधिक उपचार्य बनाते हैं।
लेकिन, सेंधा नमक का अधिक सेवन करना उतना ही हानिकारक हो सकता है जितना कि कम सेवन। इसलिए, आपको समझना चाहिए कि सेंधा नमक की मात्रा अलग-अलग होती है जैसे कि आयु, लिंग, वजन आदि के आधार पर। सामान्यतः, रोजाना खाने में सेंधा नमक की मात्रा 1-2 चम्मच से अधिक नहीं होनी चाहिए।
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