बॉलीवुड की चमक दमक भरी दुनिया में हजारों लोग रोज अपना करियर बनाने के लिए आते हैं ,और उनमें से चंद लोगों को ही मौका मिलता है । उनमें से बहुत सारे ऐसे लोग होते हैं जिन्हें मौका मिलने के बाद भी लोग मुझे पसंद नहीं करते, इस आर्टिकल में आज हम उन्हीं एक्टर और एक्ट्रेस एस के बारे में जानेंगे जिन्होंने फिल्मों में काम करने के बाद भी कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ा लेकिन ,अपने टैलेंट के दम पर कुछ और क्षेत्रों में बेहतरीन काम किया और सफल रहे ।
1.ट्विंकल खन्ना
ट्विंकल खन्ना 29 दिसंबर, 1974 को बॉम्बे (अब मुंबई) में जन्मी थी। उनकी माता बॉलीवुड अभिनेत्री दिम्पल कपाड़िया हैं और उनके पिता राजेश खन्ना एक फिल्म अभिनेता और निर्माता थे।ट्विंकल खन्ना ने अपनी अभिनय करियर की शुरुआत 1995 में फिल्म ‘ बरसात ‘ से की थी। उन्होंने इसके बाद कई फ़िल्मों में काम किया जैसे ‘ बरसात के बादशाह’, ‘बादशाह’ और ‘यह है मुंबई मेरी जान ।इन फिल्मों के सक्सेसफुल होने के बाद भी सन 2001 में उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री को छोड़ दिया और अपना करियर लेखन क्षेत्र में बनाने में जुट गई ।
ट्विंकल खन्ना आज एक फ़िल्म प्रोड्यूसर, बेस्टसेलिंग लेखिका और सोशल एंट्रेप्रेन्योर ,न्यूज़पेपर कॉलमिस्ट और एक लाइफ़स्टाइल वेबसाइट की मालकिन हैं.हैं। उनकी पहली पुस्तक ‘Mrs Funnybones’ 2015 में प्रकाशित हुई थी जो एक हास्य विषयक अनुभवों पर आधारित थी। उनकी दूसरी पुस्तक ‘The Legend of Lakshmi Prasad’ ने उन्हें एक बेस्टसेलर लेखिका के रूप में स्थापित किया।
2.सोहा अली ख़ान:
सोहा अली खान एक भारतीय फिल्म अभिनेत्री हैं जिन्होंने 2004 में अपनी फिल्मी करियर की शुरुआत ” दिल मांगे मोर” में शुरू की, जिसमें वह साफ बयान करती हैं कि वह एक शांत, बुद्धिमान और अभिनेत्री हैं।
सोहा ने फिर 2006 में “रंग दे बसंती” में अमेरिकी छात्र सुueसना का किरदार निभाया, जो भारत आती है और भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हो जाती है। इस फिल्म ने उन्हें नेशनल फिल्म अवार्ड की ओर से सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री उपशीर्षक के लिए नामित किया गया था।उनके अन्य महत्वपूर्ण फिल्मों में “अंतर्घाट” (2006), “खोया खोया रहता है” (2007), “तुम मिले” (2009), “डिशूम” (2011), “गुड़िया” (2013), “31 अक्टूबर” (2018) और “घायल शेरनी” (2021) शामिल हैं।
लेकिन अचानक सन 2015 में उन्होंने अभिनेता कुमार खेलों के साथ शादी कर ली और फिल्मों से अपनी दूरी बना ली इसके बाद उन्होंने अपने अंदर की लेखिका को जगाया और उन्होंने पुस्तक द पेरिल्स ऑफ़ बीइंग मॉडरेटली फ़ेमस लिखी ।
3.. प्रीति ज़िंटा:
प्रीति जिंटा ने 1998 में अपनी फिल्मी करियर की शुरुआत “दिल से” में शुरू की थी। उनकी इस फिल्म में रोल ने उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड की सबसे अच्छी नई अभिनेत्री के लिए नामित किया था।उन्होंने फिर 2000 में “हर दिल जो प्यार करेगा” में अभिनय किया, जो एक बड़ी कमर्शियल सफलता थी। इसके बाद, उन्होंने फिल्मों में अपना पैरोल बढ़ाया, जो अधिकतर रोमांटिक फिल्मों में नजर आया।
उनकी अन्य महत्वपूर्ण फिल्मों में “चोरी चोरी चुपके चुपके” (2001), “दिल चाहता है” (2001), “कोई मिल गया” (2003), “वीर जारा” (2004), “लक्ष्य” (2004), “कभी अलविदा न कहना” (2006), “सलाम नमस्ते” (2006) शामिल हैं। इतना सफल कैरियर होने के बाद भी उन्होंने फिल्मों से ज्यादा क्रिकेट में इस समय दिलचस्पी ले रही हैं भारत में आईपीएल में उनकी पंजाब 11 नाम की टीम है तथा दक्षिण अफ्रीका में भी T20 ग्लोबल लीग क्रिकेट में स्टेलेनबॉश नाम की क्रिकेट टीम है ।